मुजफ्फरनगर हिंसा: सर्वोच्च न्यायालय का संज्ञान लेने से इंकार
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मुजफ्फरनगर हिंसाः सर्वोच्च न्यायालय का संज्ञान लेने से इंकार
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जाहिर सी बात है जब चारा घोटाले में न्यायालय का संज्ञान लिया जा सकता है तो न्यायालय को ट्रेजरी घोटाले में हस्तक्षेप करने का अधिकार है।
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उन्हांेने कहा कि प्रदेश सरकार के एक तरफा कार्यवाही और दंगों को नियंत्रण न कर पाने तथा निष्पक्ष जांच न हो पाने के मामलों में सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय का संज्ञान लेना सपा सरकार की बदनीयती और एक तरफा कार्यवाही का खुलासा है।